उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के लिए राज्य की धामी सरकार युद्धस्तर पर काम कर रही है. इसी कड़ी में उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए.
इस दौरान समीक्षा बैठक में सीएम धामी ने कहा, आग पर काबू पाने के लिए स्थानीय परंपराओं का भी ध्यान रखा जाए. बता दें कि आग पर काबू पाने में लापरवाही करने के मामले में दस कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
सीएम धामी ने आगे निर्देश दिया कि, वन विभाग द्वारा किए जा रहे पौधरोपण और जल संरक्षण का भी ध्यान रखें. जरूरत के हिसाब से जलकुंड बनाकर नमी को बढ़ाने की कोशिश करें. एचईएससीओ (हिमालय पर्यावरण अध्ययन और संरक्षण संगठन) के कामों से प्रेरणा ली जानी चाहिए.
सीएम धामी ने अधिकारीयों से कहा कि बड़ी मात्रा में पिरूल का गिरना आग लगने का बड़ा कारण है. इसलिए इसको इकट्ठा करने के लिए स्थानीय लोगों और एनजीओ की मदद से अभियान चलाया जाए.
उन्होंने कहा कि आग पर काबू पाने में लगे फायर वॉचर और अन्य श्रमिकों का बीमा कराया जाए. वहीं अधिकारियों ने बताया सीएम के निर्देश के अनुसार आग पर काबू पाने में लापरवाही करने के मामलों में कार्रवाई भी जारी है. इस कड़ी में दस कर्मियों को निलंबित किया गया है. पांच को अटैच किया गया है. साथ ही दो को कारण बताओ नोटिस दिया गया है. राज्य में 6 मई को आग लगने की 125 बड़ी घटनाएं हुईं. 7 मई को 46 और 8 मई को 15 घटनाएं दर्ज की गई हैं.