दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. दरअसल, नॉर्थ ईस्ट जिला पुलिस अंतर्गत साइबर पुलिस थाना ज्योति नगर ने करीब 23.50 लाख रुपए से ज्यादा की धोखाधड़ी के एक बड़े मामले को सुलझाने में कामयाबी हासिल की है. बताया जा रहा है कि इस मामले में साइबर पुलिस थाना टीम ने जालसाज मोहम्मद दाउद को गिरफ्तार किया है.
जानकारी के अनुसार, पुलिस टीम ने जालसाज मोहम्मद दाउद के कब्जे से 1 राउटर, 17 सिम कार्ड, 11 डेबिट कार्ड, 4 बैंक पासबुक, 15 चेक बुक, 2 स्टांप, 1 पैन कार्ड, 1 स्मार्टफोन और ठगी गई रकम का कुछ हिस्सा 8.55 लाख रुपए बरामद किया गया है.
बता दें कि ICICI बैक के कथित खाते में उपलब्ध राशि को फ्रीज करवा दिया गया है. वही, इस मामले को लेकर नॉर्थ ईस्ट जिला पुलिस डीसीपी डॉ.जॉ टिर्की ने बताया कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिये शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करके अच्छा रिटर्न देने के नाम पर एक महिला से धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया था.
दिल्ली के उस्मानपुर इलाके की रहने वाली 32 वर्षीय महिला पायल पांडे की तरफ से गत 10 अप्रैल, 2024 को शिकायत दर्ज कराई गई थी कि उसके साथ करीब 23.50 लाख रुपए से ज्यादा की धोखाधड़ी हो गई है. इसके बाद साइबर पुलिस थाना में IPC की धारा 419/420 के तहत रिपोर्ट दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई.
उन्होंने आगे कहा कि साइबर पुलिस ने इस मामले पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले की जांच शुरू की. इस धोखाधड़ी के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है जिसके पास से जालसाजी को अंजाम देने में इस्तेमाल किए जाने वाले सामान को भी बरामद किया गया. पुलिस ने ठगी की रकम में से ICICI बैंक के कथित खाते में जमा 8,55,000 रुपये को फ्रीज करा दिया है.
DCP ने आगे बताया कि धोखाधड़ी की बाकी राशि को अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किया गया था. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से शेयर बाजार में निवेश करके अच्छा रिटर्न पाने के बहाने पीड़ित को धोखा दिया गया था. शातिर आरोपी ने खुद की पहचान छुपाने के लिए शिकायतकर्ता को दूसरो के वाईफाई नेटवर्क का इस्तेमाल करके टेलीग्राम के जरिये रैंडम कॉल की गईं. आरोपी ने आसानी से पैसा कमाने के चक्कर में अपराध के इस रास्ते को अपनाया था जिससे कि वो शानदार जीवन जी सके.
जानकारी के लिए बता दें पीड़ित महिला ने इंस्टाग्राम पर प्रभावित करने वाले एक लिंक को देकर क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग का मन बना लिया और वह टेलीग्राम से जुड़ गई. यहां से पीड़िता को अज्ञात आईडी से कॉल आए जिन्होंने पीड़िता को बताया कि वो बिनेंस कंपनी के प्रतिनिधि के रूप में बात कर रहे हैं. जालसाज मोहम्मद दाउद ने पीड़िता को पहले शुरुआत में 1,000 रुपए का छोटा इन्वेस्टमेंट कराकर विश्वास जीतने के लिए 1,300 रुपए का रिटर्न दिया. महिला इसके बाद झांसे में आती गईं और उसने कई इन्वेस्टमेंट और किए. इसके बाद उसका अकाउंट फ्रीज हो गया जिससे वह घबरा गईं. उसको ट्रेडिंग करने को और इन्वेस्टमेंट करने के लिए कहा गया.
वहीं, इसके बाद उसको 15 लाख रुपए का लोन लेने का मजबूर किया गया जिससे कि उसके सभी फंड को अनब्लॉक किया जा सके. इस सबके बाद शिकायतकर्ता ने करीब 23.50 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए. इसके दो दिन बाद शिकायतकर्ता को होम बैंक ब्रांच से कॉल रिसीव होती है और इतने बड़े लेने का कारण पूछा जाता है. अधिकारी की तरफ से उसको सूचित किया गया कि जिन अकाउंट्स से उसने लेन-देन किया है वे सभी दोषपूर्ण हैं और उसे ऐसे लेन-देन बंद कर देने चाहिए. इसके बाद पीड़िता का एहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी हो गई है.