राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में बड़ी सफलता प्राप्त हुई है. एनआईए ने इस बात का दावा किया है कि एजेंसी ने रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट में भागीदार एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, यह गिरफ्तारी 3 राज्यों के 18 स्थानों पर छापेमारी के बाद की गई. एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम मुज़म्मिल शरीफ है.
जानकारी के अनुसार मुज़म्मिल शरीफ ने रामेश्वरम कैफे में ब्लास्ट करवाने में बाकी लोगों को संसाधन उपलब्ध करवाए थे. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बुधवार को इस पूरी कार्रवाई की पुष्टि की. इसके साथ ही एनआईए मुसव्विर शाजेब हुसैन और अब्दुल मतीन ताहा की तलाश कर रही है.
NIA ने 3 मार्च को शुरू की थी जांच
जांच एजेंसी के अनुसार मुज़म्मिल शरीफ ने रामेश्वरम कैफे में ब्लास्ट करवाने में सहयोगी की भूमिका निभाई थी. उसने ब्लास्ट करवाने में जो संसाधन लगे थे उन्हें उपलब्ध करवाया था. बता दें कि एजेंसी ने इस घटना की जांच 3 मार्च 2024 को शुरू की थी. शुरुआती जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने मुख्य आरोपित के रूप में मुसव्विर शाजेब हुसैन की पहचान की थी.
मुसव्विर शाजेब हुसैन पर आरोप था कि उसने रामेश्वरम कैफे में विस्फोट को अंजाम दिया था. इसके बाद एजेंसी ने आगे की जांच में अब्दल मतीन ताहा को दूसरे आरोपित के तौर पर चिह्नित किया था. बता दें कि अब्दल मतीन ताहा रामेश्वर ब्लास्ट के साथ ही कई अन्य आतंकी घटनाओं में भी वांटेड है.
मुसव्विर हुसैन और अब्दुल मतीन फरार
बता दें कि मुसव्विर हुसैन और अब्दुल मतीन फिलहाल पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. एनआईए ने आगे की जांच में पाया था कि मुज़म्मिल हुसैन भी मामले में दोषी पाया था. मुजम्मिल ने ही ब्लास्ट को अंजाम देने में मुसव्विर हुसैन और अब्दुल मतीन की मदद की थी. उसने विस्फोटकों को तैयार करने के लिए जो सामग्री और संसाधन चाहिए था उसकी व्यवस्था करवाई.
गिरफ्तारी करने के लिए एजेंसी ने तीन राज्यों के 18 स्थानों पर छापेमारी की थी. बता दें की छापेमारी किए गए स्थानों में 12 स्थान कर्नाटक के, 5 तमिलनाडु के और उत्तर प्रदेश की एक लोकेशन (बरेली) की है. इसी दबिश में एजेंसी ने मुज़म्मिल हुसैन को गिरफ्तार किया. वहीं एनआईए मुज़म्मिल से पूछताछ कर रही है.