असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने बांग्लादेश से आने वाले अवैध प्रवासियों और आतंकियों की घुसपैठ के मामले पर चिंता जताते हुए कहा, ''40 साल पहले जब बांग्लादेश से घुसपैठ शुरू हुई, उस दौरान कांग्रेस सत्ता में थी. उन्हें (कांग्रेस) एहसास नहीं था कि इस घुसपैठ का आज के समय में क्या नतीजा होगा.''
सीएम ने कहा कि आज असम में बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या 1.25 करोड़ है. उन्होंने कहा कि ये मुद्दा केवल बयान से हल नहीं हो सकता है. सीएम सरमा ने कहा कि ये एक गंभीर समस्या बन गई है और असम के लोगों ने अपनी पहचान खो दी है.
सीएम सरमा ने कहा कि इसी वजह से मैं झारखंड के लोगों से कह रहा हूं कि वे असम और पश्चिम बंगाल जैसी गलती न करें. उन्होंने कहा कि अपने राज्य में रोहिंग्याओं को घुसपैठ मत करने दीजिए. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए केवल बयानबाजी नहीं ठोस कार्रवाई की जरूरत है.
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने अपने एक बयान में कहा कि जब भाजपा को 300 सीटें मिलीं तो इसने अयोध्या में राम मंदिर बनाया और अगर इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा 400 सीटें जीतने में सफल रही तो मथुरा में कृष्णजन्मभूमि स्थान पर और वाराणसी में मंदिर बनाए जाएंगे। असम सीएम ने ये भी कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी कि पीओके भी वापस लेंगे।
हिमंता सरमा ने कहा कि 'जब कांग्रेस की सरकार सत्ता में थी तो हमें बताया गया कि एक कश्मीर भारत में है और एक पाकिस्तान में। संसद में इस बात की चर्चा कभी नहीं हुई कि पीओके असल में हमारा है। अभी पीओके में हर दिन विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और पाकिस्तान में लोग भारत का तिरंगा झंडा लेकर पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। अगर मोदी जी को 400 सीटें मिलीं तो पीओके भी भारत का हिस्सा होगा और इसकी शुरुआत भी हो गई है।'